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*आज का राशिफल*
*23 अक्टूबर 2023 , सोमवार*
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आप अपने अंदर भरपूर विश्वास व ऊर्जा महसूस करेंगे। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा तथा अपने सभी कार्यों को समय पर पूरा करने की भी कोशिश करेंगे। सामाजिक दायरा बढेगा। मान – सम्मान मे वृद्धि होगी ।किसी नजदीकी रिश्तेदार के घर जाने की भी योजना बन सकती है। धार्मिक अनुष्ठान होगा। समय मनोरंजन तथा हंसी खुशी में व्यतीत होगा। स्वास्थ्य सुधार होगा।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी , वु , वे, वो)
आज आपका दिन बेहतरीन रहेगा ।वर्तमान व्यवसायिक गतिविधियों का विस्तार करने के लिए कुछ नई योजनाएं बनेंगी। इस समय बहुत ही उचित ग्रह स्थिति बनी हुई है, इसलिए इन योजनाओं को तुरंत ही क्रियान्वित करें। आर्थिक पक्ष भी मजबूत रहेगा। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज भाग्य आपके साथ है । आपके रुके हुए राजकीय काम किसी प्रभावशाली व्यक्ति की मदद से पूरे हो सकते हैं इसलिए प्रयासरत रहें। साथ ही बच्चों की समस्याओं को सुलझाने में भी आपका विशेष योगदान रहेगा व सफलता मिलेगी। और आप श्रेष्ठ अभिभावक भी साबित होंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज आपका दिन सामान्य रहेगा ।व्यवसाय में गति लाने के लिए कुछ नई नीतियां बनाना जरूरी है। हालांकि वर्तमान नकारात्मक वातावरण की वजह से व्यापार मंद ही हैं। नौकरी में त्योहारों की वजह से कार्यभार की अधिकता रहेगी। धार्मिक विचारधारा सकारात्मक रहेगी । मनोबल बढेगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आप दिन में बीजी रह सकते हैं । घर में कोई विवाह , सगाई या यात्रा संबंधी मांगलिक कार्य संपन्न होने जैसी योजनाएं बनेंगी। तथा खुशी भरा वातावरण व्याप्त रहेगा। घर के सभी सदस्य अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह पूरी निष्ठा से करेंगे। बड़े बुजुर्गों का भी स्नेह व आशीर्वाद बना रहेगा। जीवनसाथी का भरपूर सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य लाभ होगा।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज आपका दिन खुशनुमा रहेगा ।व्यवसायिक गतिविधियां पूर्ववत ही रहेंगी। अपने स्वभाव को नियंत्रित रखना आवश्यक है । जल्दबाजी न करें बनते काम बिगड़ भी सकते हैं। ऐसी ही सावधानी नौकरीपेशा लोगों को अपने ऑफिस में भी चाहिए। आध्यात्मिक विचार बनेंगे व सफलता भी मिलेगी। प्रेम – प्रसंग सोच समझकर करें खतरा है। स्वास्थ्य सही रहेगा।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आपका दिन मन खुश करने वाला रहेगा। कुछ समय से चल रही किसी विशेष कार्य के प्रति आपकी लगन व मेहनत के अप्रत्याशित लाभ प्राप्त होने वाले हैं। अपने काम पर पूरा ध्यान केंद्रित रखें। घर में किसी धार्मिक कार्य के आयोजन संबंधी योजना भी बनेगी। युवा वर्ग कोई उपलब्धि मिलने से गर्व महसूस करेंगे। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज आपका दिन बेहतरीन रहेगा । पब्लिक डीलिंग तथा मीडिया से संबंधित कार्यों में आज विशेष ध्यान दें। क्योंकि इनसे अच्छा मुनाफा मिलने की संभावना है। नौकरी पेशा लोगों के लिए भी ऑफिस का माहौल पॉजिटिव रहेगा। तथा सहयोगियों के साथ संबंध बेहतर बनेंगे। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज आपकी सकारात्मक विचारधारा दिन को बेहतर बनाएगी । धार्मिक तथा आध्यात्मिक कार्यों के प्रति आपकी आस्था व रुझान बढ़ेगा। जिससे आपके अंदर सकारात्मक दृष्टिकोण उत्पन्न होगा। आज दिन का अधिकतर समय किसी विशेष कार्य संबंधी योजनाओं को क्रियान्वित करने में व्यतीत होगा। स्वास्थ्य लाभ होगा।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आप भाग्य आपके साथ है । कार्यक्षेत्र में आंतरिक रखरखाव तथा नवीनीकरण जैसी योजना बनेगी। इस परिवर्तन में वास्तु सम्मत नियमों का अवश्य उपयोग करें, इससे सकारात्मक ऊर्जा व्याप्त होगी। बड़ो का आशीर्वाद प्राप्त होगा । नौकरीपेशा लोगों का अपने अधिकारियों के साथ किसी बात को लेकर हल्का मनमुटाव हो सकता है। स्वास्थ्य सही रहेगा।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज आपका दिन बढिया रहेगा । कार्यक्षेत्र में भावुकता की बजाय प्रैक्टिकल तरीके से सबके साथ व्यवहार करें। क्रोध पर नियंत्रण रखें। सहयोगियों तथा कर्मचारियों के साथ दोस्ताना व्यवहार रखें। परिवार का सहयोग मिलेगा। जीवनसाथी के कारण खुशनुमा माहौल बनेगा। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज आपका सकारात्मक दृष्टिकोण किसी भी परिस्थिति में ऊर्जावान व मानसिक रूप से मजबूत बनाकर रखेगा। अगर पुश्तैनी प्रॉपर्टी संबंधी कोई वाद-विवाद चल रहा है, तो उसे हल करने के लिए आज का दिन बहुत ही उचित है। धार्मिक विचार उतपन्न होगे। बच्चों का साथ माहौल खुश बनाएगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।
🔅 *_कृपया ध्यान दें👉_*
यद्यपि शुद्ध राशिफल की पूरी कोशिश रही है फिर भी इन राशिफलों में और आपकी कुंडली व राशि के ग्रहों के आधार पर आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में कुछ अन्तर हो सकता है। ऐसी स्थिति में आप किसी ज्योतिषी से अवश्य सम्पर्क करें। किसी भी भिन्नता के लिए हम उत्तरदायी नहीं हैं।
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प्रेरक प्रसंग
*परमात्मा से शिकायत क्यों ?*
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एक राजा था और उसका एक बड़ा प्यारा नौकर था। नौकर से उसे बहुत प्रेम था और उस नौकर के भक्ति-भाव से, उसके अनन्य समर्पण से कि राजा उसे अपने ही कमरे में सुलाता था। उस पर ही एक भरोसा था उसको।
दोनों एक दिन शिकार करके लौटते थे, राह भटक गये, भूख लगी। एक वृक्ष के नीचे दोनों खड़े थे। एक फल लगा था–अपरिचित, अनजान। राजा ने तोड़ा। जैसी उसकी आदत थी, चाकू निकालकर उसने एक टुकड़ा काटकर अपने नौकर को दिया, जो वह हमेशा देता था, पहले उसे देता था फिर खुद खाता था। नौकर ने खाया। बड़े अहोभाव से कहा कि “एक कली और…! एक कली और दे दी, उसने फिर कहा, “एक कली और…!’ तो तीन हिस्से वह ले चुका, एक हिस्सा ही बचा। राजा ने कहा, “अब एक मेरे लिए छोड़।’ पर उसने कहा कि नहीं मालिक, यह फल तो पूरा ही मैं खाऊंगा। राजा को भी जिज्ञासा बढ़ी कि इतना मधुर फल है, ऐसा इसने कभी आग्रह नहीं किया! तो छीना-झपटी होने लगी। लेकिन नौकर ने छीन ही लिया उसके हाथ से।
उसने कहा, “रुक! अब यह जरूरत से ज्यादा हो गयी बात। तीन हिस्से तू खा चुका। एक ही फल है वृक्ष पर। मैं भी भूखा हूं। और मेरे मन में भी जिज्ञासा उठती है कि इतनी तो तूने कभी किसी चीज के लिए मांग नहीं की। यह मुझे दे दे वापस।
नौकर ने कहा “मालिक, मत लें, मुझे खा लेने दें।’
पर राजा न माना तो उसे देना पड़ा। उसने चखा तो वह तो जहर था। ऐसी कड़वी चीज उसने अपने जीवन में कभी चखी ही न थी। उसने कहा, “पागल! यह तो जहर है, तूने कहा क्यों नहीं।’
तो उसने कहा कि जिन हाथों से इतने स्वादिष्ट फल मिले, उन हाथों से एक कड़वे फल की क्या शिकायत!
शिकायत दूर ले जाएगी, धन्यवाद पास लाएगा।
थोड़ा सोचो: उस दिन वह नौकर राजा के हृदय के जितने करीब आ गया…। राजा रोने लगा। वह तो बिलकुल जहर था फल। वह तो मुंह में ले जाने योग्य न था। और उसने इतने अहोभाव से, इतनी प्रसन्नता से उसे स्वीकार किया, छीना-झपटी की! वह नहीं चाहता था कि राजा चखे। क्योंकि चखेगा तो राजा को पता चल जाएगा कि फल कड़वा था। यह तो कहने का ही एक ढंग हो जाएगा कि फल कड़वा है–न कहा लेकिन कह दिया। यह तो शिकायत हो जाएगी। इसलिए छीन-झपटी की। जिन हाथों से इतने मधुर फल मिले, उस हाथ से एक कड़वे फल की क्या चर्चा करनी! यह बात ही उठाने की नहीं है।
परमात्मा ने इतना दिया है कि जो शिकायत करता है वह अंधा है।
थोड़ी लहरें आती हैं, उन लहरों में डूबो! और लहरें आएगी।
धन्यवाद, अनुग्रह का भाव: बड़ी लहरें आएगी। एक दिन सागर का सागर तुम में उतर आएगा। एक दिन तुम्हें बहाकर ले जाएगा। सब कूल-किनारे टूट जाएंगे।