*ऋषिकेश -ब्रह्मलीनश्री 1008 स्वामी विशुद्धानन्द जी बाबा काली कमली वाले महाराज का निर्वाणोत्सव धूमधाम से मनाया*
जनाधार न्यूज़,ऋषिकेश,24/02/2024-
ब्रह्मलीनश्री 1008 स्वामी विशुद्धानन्द जी बाबा काली कमली वाले महाराज, संस्थापक बाबा काली कमली वाला पंचायत क्षेत्र (माघ पूर्णिमा के दिन) का 128 वां निर्वाणोत्सव दिव्यता और भव्यता के साथ मनाया गया।
दो दिवसीय कार्यक्रम की श्रृंखला में शुक्रवार, 23 फरवरी 2024 को सुन्दर काण्ड का पाठ से शुभारंभ किया गया।
आज शनिवार, 24 फरवरी 2024 को शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। शोभा यात्रा प्रधान गद्दी से निकाली गई, जिसमें देवताओं की दिव्य और मनमोहक झांकियां, बैंड बाजों एवं वेदपाठी ब्राह्मणों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ क्षेत्र रोड, लाजपत राय, मार्ग मुखर्जी, मार्ग, हरिद्वार रोड ,लक्ष्मण झूला रोड से मेन बाजार से होते हुए पुनः प्रधान गद्दी क्षेत्र रोड पर समाप्त हुई ,जहां दूर दराज से आए भक्तों, संतों महंतों ने विशाल भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया।
दोपहर बाद सत्संग भवन टाल वाली धर्मशाला में ब्रह्मलीनश्री 1008 स्वामी विशुद्धानन्द जी बाबा काली कमली वाले महाराज का श्रद्धांजलि समारोह काआयोजन किया गया जिसमें ऋषिकेश एवं हरिद्वार के तमाम संतों ने बाबा जी के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। संतों में प्रमुख रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता कैलाश पीठाधीश्वर दिव्यानंद जी महाराज, मुख्य वक्ता देसी गौरक्षाशाला के संस्थापक अध्यक्ष महामंडलेश्वर ईश्वरदास जी महाराज, अखंडानंद जी महाराज, शंकर तिलक जी महाराज, अच्युतानंद जी महाराज, मौनी बाबा, केवलानंद जी महाराज, सच्चिदानंद जी महाराज, रवि प्रपन्नाचार्य, राकेश ,आलोक हरी, महंत सविंदु जी महाराज, अनिल नवानी, पूर्व में ऋषिकेश अनीता मंगाई धीरेंद्र किशोर दीपक उनियाल रीना शर्मा सहि जेत तमाम संत शामिल हुए।
ज्ञात हो कि स्वामी विशुद्धानंद महाराज, जिन्होंने चारधाम यात्रा मार्ग पर चट्टी धर्मशालाओं का निर्माण करवाया था।
भारत के सांस्कृतिक इतिहास की विरासत को संजोकर रखने में उत्तराखंड राज्य का योगदान किसी भी दृष्टि से कम नहीं है। भारत के उत्तर दिशा में स्थित सुदूर विकट भौगोलिक परिस्थितियों वाले पहाड़ी राज्य का नाम है उत्तराखण्ड। उत्तराखण्ड राज्य को अनेकों महान विभूतियों ने अपनी कर्मस्थली बनाया जो आध्यात्मिक, धार्मिक, सांस्कृतिक, पर्यावरण संरक्षण, कला, साहित्य, आर्थिक, देश की रक्षा एवं सुरक्षा जैसे अनेकों महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विश्वप्रसिद्ध हुए हैं। देश की इन्हीं महान विभूतियों की कतार में स्थान प्राप्त करने वाली सुप्रसिद्ध हस्तियों में सबसे चर्चित, विख्यात और प्रतिष्ठित नाम स्वामी विशुद्धानंद महाराज अर्थात काली कमली वाले बाबा का आता है। काली कमली वाले बाबा को उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के तीर्थ यात्रियों के लिए सुगम रास्ते और रास्तों पर धर्मशालाओं के निर्माण के लिए विशेष तौर पर याद किया जाता है।